9 दिन विधान राजा नाभि राय के पुत्र भरत ने पूरे भारत खंड पर राज्य करने के लिए 9 दिन मंडल विधान व पूजा कर दसवे दिन अनुष्ठान किया था और चक्रवर्ती हुए :-मुनि मार्दव सागर जी महाराज 


 


राजा नाभि राय के पुत्र भरत ने पूरे भारत खंड पर राज्य करने के लिए 9 दिन मंडल विधान व पूजा कर दसवे दिन अनुष्ठान किया था और चक्रवर्ती हुए :-मुनि मार्दव सागर जी महाराज 


उज्जैन।।जैनों में नवरात्रि पर्व का महत्व अत्यधिक है क्योंकि इन दिनों में धर्म प्रभावना का अच्छा अवसर प्राप्त होता है एवं उसका धार्मिक लाभ है ऐसा ग्रंथों में भी उल्लेख है महाराजा नाभि राय के 2 पुत्र थे एक का नाम भरत दूसरे का बाहुबली  पहले पुत्र भरत को  जब 6 खंड का  राज्य प्राप्त करने के लिए  अपनी दिग्विजय यात्रा प्रारंभ करना थी उसके पूर्व नवरात्रा का शुभ अवसर प्राप्त हुआ था और उन्होंने नवरात्रा पर्व के दौरान आदिनाथ भगवान के केवल ज्ञान कल्याण की पूजा की उनकी पूजा स्तुति वंदना आदि की और अपनी दिग्विजय यात्रा प्रारंभ करने के लिए  चक्र रत्न  की पूजा की  और उसके बाद  विजय पर्वत हाथी पर दसवे दिन प्रस्थान किया  9 दिन का पूजा पाठ अनुष्ठान के बाद यात्रा  महत्वपूर्ण मानी गई  जिससे उन्होंने पूरे भारत खंड में पर  राज करकर चक्रवर्ती  पद प्राप्त किया  इसलिए जैन धर्म में  दशहरे का पर्व  विजयादशमी  के नाम से जाना जाता है  एवं संपूर्ण लोग  श्रीजी के अभिषेक शांतिधारा  पूजा-पाठ विधान कर  घट यात्रा निकालकर  विश्व शांति महायज्ञ कर उत्सव मनाते हैं  यह बात  आज मुनिश्री मार्दव सागर जी महाराज ने  शांतिनाथ दिगंबर जैन मंदिर बोर्डिंग में  अपने प्रवचन के माध्यम से की  और कहा कि  इस प्रकार के विधान में  प्रत्येक लोगों को सम्मिलित होना चाहिए  ताकि उनकी  जीवन यात्रा  निर्विघ्न  निरंतर  आधिव्याधि से दूर होकर अच्छी चल सके एवं नित भगवान की पूजा कर अपने जीवन को धन्य बनाया जा सके इस यज्ञ को करने से धन-धान्य में वृद्धि अपार यश कीर्ति की प्राप्ति होती है


शांतिनाथ दिगंबर जैन मंदिर बोर्डिंग में मुनि मार्दव सागर जी महाराज चतुर्मास के दौरान ससंघ विराजित हैं उनके सानिध्य में नौ दिवसीय नव देवता विधान आज रविवार से प्रातः 7:30 बजे से प्रारंभ होगा जिसमें सर्वप्रथम घट यात्रा श्रीजी के अभिषेक शांतिधारा मंडल विधान की पूजा मुनि श्री के प्रवचन दिन में तत्व चर्चा एवं शाम को महा आरती के साथ सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन भव्य रुप से किया जा रहा है दसवे दिन विश्व शांति महायज्ञ एवं श्री जी की शोभायात्रा के साथ संपूर्ण विधान संपन्न होगा जानकारी देते हुए समाज के सचिव सचिन कासलीवाल ने बताया कि संपूर्ण विधान में देशभर से लोग मुनि श्री के सानिध्य में होने वाले विधान में पहुंच रहे हैं संपूर्ण व्यवस्था शांतिनाथ दिगंबर जैन मंदिर बोर्डिंग अध्यक्ष इंदर चंद जैन हीरालाल बिलाला महेंद्र लुहाडिया तेज कुमार विनायका ललित जैन आदि के सानिध्य में होगी